बोकारो में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के अध्ययन केंद्र से एमसीए और बीएसए के तीसरे सेमेस्टर के प्रश्नपत्रों को कथित रूप से लीक करने के मामले मेें विश्वविद्यालय के एक कर्मचारी समेत पांच लोग गिरफ्तार किये गये हैं. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान झारखंड के निवासी देव शंकर (31), विवेक कुमार शर्मा (27), जॉनसन हंस (30), उत्तर प्रदेश के निवासी अंकित सक्सेना (23) और दिल्ली के मो इकबाल (24) के रूप में हुई है. पुलिस के अनुसार आठ दिसंबर, 2018 को नयी दिल्ली के मैदान गढ़ी में इग्नू के रजिस्ट्रार एस जी स्वामी ने प्रश्नपत्र लीक के संबंध में शिकायत दर्ज करायी थी. एमसीए तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा आठ दिसंबर, 2018 को देशभर में और नेपाल में दस बजे परीक्षा केंद्रों होनी थी.
पुलिस के अनुसार स्वामी ने शिकायत दर्ज करायी कि उन्हें दो भिन्न एड्रेसों से ईमेल मिला और उसमें प्रश्नपत्र की छायाप्रति थी. ईमेल में दावा किया गया था कि परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्नपत्र लीक हो गया. उसी दिन स्वामी ने इग्नू के बीसीए के तीसरे सेमेस्टर के प्रश्नपत्र लीक होने के संबंध में शिकायत दर्ज करायी थी. प्रश्न पत्र व्हाट्सअप में आ गया था.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) ए के सिंगला ने बताया कि करीब 500 संदिग्धों से पूछताछ की गयी. तकनीकी विश्लेषण के आधार पर इस रैकेट के मास्टरमाइंड देव शंकर को बुधवार को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि एक अध्ययन केंद्र पर वह 13 साल से चपरासी की नौकरी कर रहा था और जब केंद्र के सारे कर्मचारी घर चले जाते थे, तब वह सुपरवाइजर के कमरे में घुसकर वह प्रश्नपत्र की फोटो खींच लेता था. उसके साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है.